Metaverse Technology क्या है?

Metaverse Technology Kya Hai

Metaverse Technology पूरी तरह से High-Speed Internet, Artificial Intelligence, Augmented Reality, Virtual Reality, Machine Learning, Blockchain Technology आदि Technology पर आधारित एक New Tachnology है॥

दोस्तो आपको बता दे की Metaverse भले ही एक आभासी दुनिया है यर Real मे नही है, लेकिन इसमें Hardware and Software का इस्तेमाल इतने बड़े स्तर पर किया गया है की यर Technology पूरी तहर से एक Real Word की तरह लगती है। दोस्तो क्या आपको पता है की Metaverse इंटरनेट का Future है, जो की एक आने वाला कल है॥

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Metaverse Technology क्या है?

दोस्तों आपने पिछले कई महीनों से मैं Metaverse के बारे में कही ना कही जरूर सुना होगा, अगर नही सुना तो आपने ये जरूर सुना होगा की पिछले साल ही october में Facebook के CEO मार्क जुकरबर्ग ने अपनी Facebook Company का नाम Meta रख दिया है।

और कहा है कि अब हम चाहते हैं कि दुनिया हमें facebook के साथ-साथ Metaverse के नाम से भी जाने, दोस्तों आपको बता दें कि मैं Metaverse कोई नया शब्द नहीं है यह शब्द काफी पुराना है बस आपने इसे अब सुना है, सन 1992 में नील स्टीफेंसन ने अपनी Book “स्नो क्रैश” में इसके बारे मे बहुत अच्छी तरह से बताया है॥

स्टीफेंसन की Book के अनुसार नेता वर्ष एक ऐसी दुनिया का मतलब है, जितने लोग अपने घर और office में बैठकर ही digital world वाले Gadgets जैसे headphones और virtual reality की मदद से आपस में Connect हो सकते हैं।

Metaverse का अर्थ क्या है?

आपको बता दे की Metaverse दो शब्दों से मिलकर बनाया गया है, जिसमे से एक है मेटा और दूसरा है वर्स जिसमे से मेटा का मतलब बियोंड होता है जिसका मतलब है की वह चीज जीते हम सोच नहीं सकते।

और दूसरी ओर वर्स का मतलब यूनिवर्स होता है, यूनिवर्स मतलब जिसे हम देख नहीं सकते।

इस दोनो को मिला कर मेटावर्से का अर्थ होता है, एक ऐसी दुनिया जो हमारी सोच और हमारी समझ से बहुत आगे है जिसे हम सोच या समझ नही सकते।

Metaverse in Hindi

Metaverse का हिंदी मे मतब होता है बियोंड यूनिवर्स एक येसी जगह जो हमारी सोच और समझ के बिलकुल ही बाहर है।

Metaverse शब्द की उत्पत्ति कब और किसने की?

मेटावर्से शब्द की उत्पत्ति सन 1992 में सबसे पहले नील स्टीफेन्सन ने अपने स्नो क्रश नामक नोबेल में की थी।

Metaverse दुनिया की कल्पना सबसे पहले किसी साइंटिस्ट के द्वारा नहीं बल्कि एक राइटर के द्वारा अपने Book मे की गई थी। उस समय भले ही यह एक कल्पना थी, पर अब कुछ सालों में यह हकीकत बनने जा रही है।

Metaverse – Internet की एक आभासी दुनिया क्यो है?

Internet एक अनोकी दुनिया है और इसके साथ-साथ एक नई दुनिया का जन्म हुआ है जिसका नाम है Metaverse, लेकिन फर्क बस इतना है कि जिस दुनिया में हम लोग रहते हैं उसमें हम किसी भी चीज को छू सकते हैं और महसूस कर सकते हैं॥

लेकिन Internet से जुड़ी इस Metaverse की दुनिया में ना ही हम कुछ छू सकते हैं और ना ही महसूस कर सकते हैं बस देख सकते हैं क्योंकि यह हमारी दुनिया से बिल्कुल अलग है॥

अपको बता दे की Metaverse Technology की Help से किसी गांव में बैठा Student दिल्ली के किसी भी अच्छे school or college में ठीक उसी तरह से Class ले सकता है जिस तरह से हम classroom में बैठकर लेते है।

Metaverse Technology की एक सबसे अच्छी बात यह है कि आप उन लोगों से भी बात कर सकते हैं जो अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं, इस Technology की मदत से पहले उस इंसान की Picture से उसका एक Hologram तैयार किया जाता है और फिर artifical Intelligence की मदद से आप उससे बात कर सकेते है।

हमारी इस दुनिया में अगर हमे किसी जगह को देखने या घूमने के लिए हमे उस जगह पर जाना पड़ता है, जिसमें हमे बहुत सारी परेशानी होती है।

लेकिन Metaverse Technology की Help से आप अपने घर पर ही बैठे-बैठे अमेरिका या दुनिया के किसी भी कोने में बहुत ही आसानी से Internet के माध्यम से जा सकते हैं।

आप घर ही बैठ कर अंतरिक्ष मे भी घूमने का भी अनुभव बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। पर Metaverse Technology में हर एक चीज आभासी होती है। इसमें कोई भी चीज Real नही होती।

Metaverse Technology से मतलब एक ऐसी दुनिया से है जिसमें आप ना होते हुए भी मौजूद होते हैं।

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Metaverse Technology मे जाने के लिए क्या-क्या चीजें जरूरी है?

Metaverse Technology से बनी यर दुनिया एक आभासी दुनिया है जो कि पूरी तरह से high-speed Internet पर ही कार्य करता है। मार्क जुकरबर्ग ने Metaverse Technology को एक Real Word कहा है।

Metaverse Technology का अनुभव आप virtual reality और high-speed Internet के बिना नहीं कर सकते। इसमें Augmented Reality (AR), Smart Phone और एक Mobile App की भे जरूरत पढ़ती है।

यदि आप से कोई कहता है कि आप सिर्फ एक Smart Phone के Use से ही आप Metaverse Technology का अनुभव कर सकते हैं तो वह आपसे झूठ कह रहा है।

आप अपने Mobile Phone से बस Metaverse के Recorded Videos को ही देख सकते हैं, लेकिन Metaverse Technology का अनुभव कभी भी नहीं कर सकते। Metaverse में सभी लोगों का एक अलग अलग Hologram बनता है जो कि किसी का एक Avatar होता है।

जानिए क्या है Metaverse Technology

सबसे पहले हम आप लोगों को बताएंगे कि Metaverse कौन सी वह Technology है, जो कि सभी लोगों के बीच में काफी चर्चा में है पर किसी को इसके बारे में पूर्ण जानकारी नहीं है।साधारण शब्दों में कहें तो Metaverse एक आभासी दुनिया है जहां आपकी एक अलग पहचान होती है. इस वर्चुअल दुनिया में आप घूमने फिरने के अलावा दोस्तों के साथ पार्टी भी कर सकते हैं

Metaverse एक येसी Virtual दुनिया है, जिस दुनिया मे आप एक Virtually Entry करते हैं। लेकिन आपको ऐसा लगेगा कि आप बिल्कुल Real में वहां पर है|

कुछ साधारण से शब्दों में कहें तो Metaverse tECHNOLOGY एक येसी आभासी दुनिया है जहां पर आपकी और सभी लोलो की अपनी एक अलग पहचान होती है. इस वर्चुअल दुनिया में आप घूमने फिरने के साथ-साथ अपने दोस्तों के साथ पार्टी भी कर सकते हैं।

Metaverse Teachnology को बनाने में एक साथ बहुत सी Technology का Use किया गया है, इसमें Augmented Reality, Virtual Reality, Machine Learning, Blockchain Technology और artifical Intelligence जैसी Technology का Use किया गया हैं।

Metaverse Teachnology कैसे काम करेगी?

Metaverse Teachnology एक तरह से ऐसी Technology है, जो की हमारी Real दूनिया को एक वर्चुअल दुनिया की तरफ ले जा रही है।

Metaverse Teachnology को बनाने में एक साथ बहुत सी Technology का Use किया गया है, इसमें Augmented Reality, Virtual Reality, Machine Learning, Blockchain Technology और artifical Intelligence जैसी Technology का Use किया गया हैं।

भारत में Metaverse Teachnology की लोकप्रियता

आपको बता दें कि हाल ही में Metaverse Teachnology से जुड़ी भारत में एक घटना सामने आई है, भारत में जिसमें एक लड़का और लड़की ने पहली बार Metaverse यानि वर्चुअल दुनिया के के माध्यम से दूर रहते हुए भी एक दूसरे से शादी की है।

और इस शादी में बुलाए गए सभी लोग को भी Metaverse Teachnology के द्वारा ही इसमें बुलाया गया था।

यहां तक कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर पहली बार सिंगल दलेर मेहंदी ने Metaverse के जरिए लाइव कंन्सर्ट भी किया था।

कैसी होगी Metaverse की दुनिया

metaverse kee duniya

जिस तरह से हम अपनी Real दुनिया में अपने दोस्तों और अपने रिश्तेदारों से आपस में मिलते जुलते हैं और उनके साथ खेलते, कूदते हैं उसी तरह Metaverse Teachnology से बनी है दुनिया जिसका नाम Metaverse है।

Metaverse मे हम अपने रहने के लिए वर्चुअल घर और जमीन को भी खरीद सकते है। अपने दोस्तों के साथ किसी भी डिस्को में dance और enjoy भी कर सकेंगे, उनके साथ खेल भी पएंगे, फिल्में देख सकेंगे। हालांकि, इन सब चीजों को करने के लिये के लिए 3D VR Box का होना बहुत जरूरी है।

उसमें भी आप Augmented Reality Technology की सहायता से एक दूसरे से मिल पाते हैं। यही नहीं इस वर्चुअल दुनिया में हम और हमारे दोस्तों के वर्चुअल 3D Avatars को देखेंगे। जिनके साथ हम मेटावर्स में कुछ भी कर सकेंगे। जैसा कि हम अपनी वास्तविक दुनिया में करते हैं।

मेटावर्स टेक्नोलॉजी का इतिहास

मेटावर्से शब्द की उत्पत्ति सन 1992 में सबसे पहले नील स्टीफेन्सन ने अपने स्नो क्रश नामक नोबेल में की थी। Metaverse दुनिया की कल्पना सबसे पहले किसी साइंटिस्ट के द्वारा नहीं बल्कि एक राइटर के द्वारा अपने Book मे की गई थी। उस समय भले ही यह एक कल्पना थी, पर अब कुछ सालों में यह हकीकत बनने जा रही है।

Metaverse Technology बनेगा दुनिया का बड़ा बिजनेस प्लेटफॉर्म

जिस प्रकार हम आज आज Gaming की दुनिया में अच्छा दिखने के लिए अलग-अलग कैरेक्टर और अलग-अलग प्रकार के कपड़े खरीदते हैं। उसी तरह Metaverse की दुनिया में लोग अपने आप को अच्छा बनाने के लिए कपड़े, जूते और अपनी हेयर स्टाइल को सुधारने के लिए बहुत सारे पैसे खर्च करेंगे।

उसी तरह Metaverse की दुनिया में कुछ बिजनेसमैन भी होंगे जो कि Digital Avatars को अपना Look सही करने के लिए कपड़े बेचेंगे, हेयर स्टाइल सुधारने की service देगे। ऐसे में Metaverse Technology बिजनेसमैन के लिए एक बहुत बड़ा बिजनेस प्लेटफॉर्म भी बनने वाला है।

कपड़ों, जूतों के कई बड़े ब्रांड्स मेटावर्स की दुनिया में कदम रखने की प्लानिंग करने लगे हैं। जल्द ही उनके वर्चुअल शॉप इस प्लेटफॉर्म पर आ जाएंगे।

Metaverse मे आप इन सभी चीजों को Non Fungible Tokens (NFTs) की सहायता से खरीद सकेंगे।

Facebook या Microsoft कौन मारेगा Metaverse की दुनिया में बाजी

metaverse in facebook

Microsoft :- कहा जा रहा है कि Microsoft Metaverse की दुनिया में बाजी मारने वाला है। माइक्रोसॉफ्ट Metaverse में कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है।

मेटा वर्ष टेक्नोलॉजी में माइक्रोसॉफ्ट की एंट्री क्रांति ला सकती है, माइक्रोसॉफ्ट ने साल 2021 मे अपने इग्नाइट इवेंट मे इसे लॉन्च किया था।माइक्रोसॉफ्ट की App पर आपको बहुत सारे होलोग्राफिक रेंडरिंग देखने को मिलते है।

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Facebook :- वहीं दूसरी ओर फेसबुक ने भी मेटावर्स की दुनिया में अपना कदम रख दिया है। Facebook बहुत बड़ी मात्रा में Metaverse में इन्वेस्टमेंट कर रहा है।

हालांकि, मेटावर्स की इस दौड़ में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी सबसे आगे चल रही है। सोशल मीडिया पर ऐसी संभावना जताई जा रही है।

Facebook का नाम क्या है “meta”?

हां दोस्तों आपको बता दें कि हाल ही में फेसबुक ने अपना नाम 28 October को बदल दिया है फेसबुक में अपना नाम बदलकर मेटा रख लिया है। अब हम लोग Facebook को उसके नए नाम “meta” से पहचानेंगे। 

क्या होगा आप पर Metaverse Technology का असर

मेटा वर्ष के आने के बाद हमारी हालत बहुत खराब होने वाली है। क्योंकि इस टेक्नोलॉजी के आने के बाद हमारी सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ने वाला है।

मेटावर्स के आने के बाद इंसान अपने में ही सीमित रह जायेगा। दातर समय इंसान अकेला ही रहेगा जब मेटावर्स आगे बढ़ रहा होगा तब उस दौरान मे इंसान वास्तविक और आभासी दुनिया में फर्क करना भूल चुका होगा।

Metaverse Technology के बाद जीवन में क्या बदलाव आएगा?

वर्तमान समय में देखा जाए तो हम सभी लोगों की जिंदगी बहुत अच्छी तरह से गुजर रही है। मेटा वर्ष टेक्नोलॉजी जिसकी बात की जा रही है इसके आने के बाद हम सभी लोग अपने घर पर बैठ कर के ही हर चीज का बहुत ही आसानी से आनंद ले पाएंगे और कहीं भी जाना भी नहीं होगा।

इस टेक्नोलॉजी से हम किस चीज को चाहेंगे वह हमें पलक झपकते ही मिल जाएगी। इस समय हम और आप अपने Mobile Phone के द्वारा हम बहुत ही आसाने से Video Call के जैसी लाइव शो का आनंद ले पा रहे हैं। लेकिन मेटावर्स के आने के बाद हम लोग एक अलग अंदाज में अपने जीवन का यापन कर पाएंगे।

Metaverse वर्क फ्रॉम होम में बेहद अच्छा

जिस तरह हम लोग अपने घर पर बैठ कर के ही काम कर पा रहे हैं। आजकल अधिकतर काम घर पर ही रह कर work-from-home किया जा रहा है।

 लेकिन वर्चुअल दुनिया आने के पश्चात लगभग सभी प्रकार के कार्य work-from-home के रूप में ही किए जाएंगे।

मेटावर्स टेक्नोलॉजी work-from-home के लिए एक पूरी तरह से नया बदलाव लाने वाला है। वर्चुअल दुनिया में व्यक्ति वीडियो कॉल और मीटिंग के माध्यम से कार्य करने की बजाय एक साथ कार्य करके एक दूसरे को देख पाएंगे और वीडियो कॉल से भी अच्छा अनुभव महसूस करेंगे।

Metaverse Technology के कुछ उदाहरण

आज हम आपको हम आपको Metaverse Technology पर आधारित कई ऐसे उदाहरण बताने वाले हैं जिस पत इस Technology का Use किया जा रहा है।

  1. ऑनलाइन गेम
  2. एपिक गेम
  3. Ready Player One
  4. Fortnite
  5. Facebook’s Horizon

Metaverse Technology के लाभ

मेटा वर्स तपोलॉजी के निम्नलिखित लाभ है

  1. वर्क फ्रॉम होम
  2. टाइम की बचत
  3. नई नई टेक्नोलॉजी का आविष्कार
  4. दुनिया में कहीं भी कभी भी बहुत ही आसानी से पहुंच पाना
  5. मिंटू का काम सेकंड मे होना
  6. हर किसी से आसानी से मिल पाना

Metaverse Technology के नुकसान

मेटा वर्स तपोलॉजी के निम्नलिखित लाभ है-

  • कई तरह के फ्रॉड होना
  • साइबर क्राइम में बढ़ोतरी
  • पर्सनल इंफॉर्मेशन की चोरी
  • बहुत महंगी टेक्नोलॉजी

Metaverse Technology की विशेषताएं

  • मेटावर्स की मदद से आप अपने लोगों से वर्चुअली जुड़ पाएंगे। 
  • इसकी मदद से आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ गेट टूगेदर करने की कल्पना भी कर सकते हैं। 
  • मेटावर्स आपको शॉपिंग और बिजनेस करने की सुविधा और प्लेटफार्म भी प्रदान करेगी। 
  • इस प्लेटफार्म से आप अपना खुद का एक वर्चुअल अवतार बना पाएंगे जो कि एक 3D टेक्नोलॉजी की तरह काम करेगा। 
  • मेटावर्स की मदद से आप घर बैठे मीटिंग्स, गेम खेलना, चीजें सीखना इत्यादि सभी चीजों को संभव होता देख सकते हैं। 
  • इसकी मदद से आपको रियल और वर्चुअल वर्ल्ड में बहुत ही कम फर्क नजर आता दिखेगा। 
  • यह अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और आपसे कई पर होगा जो कि एक एडवांस्ड टेक्नोलॉजी की ओर हमारे जीवन को ले जाएगा। 

क्या Metaverse Technology सेफ होने वाली है?

मेटा वर्ष टेक्नोलॉजी का नाम सुनकर बहुत लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या मेटा वर्ष टेक्नोलॉजी हमारे जीवन के लोते सेफ होने वाली है या नहीं।

क्या इससे कोई खतरा तो नहीं होगा। जिस प्रकर प्राइवेसी को लेकर सरकार और फेसबुक, टि्वटर और अन्य बड़ी-बड़ी कंपनियों के बीच सवाल उठ रहे हैं।

उसी प्रकार वर्चुअल दुनिया की बात आते ही सबसे पहले हमारे दिमाग में प्राइवेसी को लेकर ही बहुत सारे सवाल आते हैं।

क्योंकि हर कोई व्यक्ति अपनी प्राइवेसी रखना चाहता है, कोई नहीं चाहता है कि दूसरा व्यक्ति उसकी प्राइवेसी को जाने या किसी भी प्रकार का उस को नुकसान पहुंचाए।

ऐसे में अगर प्राइवेसी की बात की जाए तो उसका खतरा तो बढ़ेगा ही क्योंकि इसके जरिए लोग आमने-सामने बैठकर और ना जाने कितनी ही चीजें के बारे में बात करेंगे। इसीलिए यह पूरी तरह से सेफ़ नहीं है।

Metaverse कैसा नज़र आने वाला है?

मेटा वर्ष हमारे दुनिया से बिल्कुल अलग नजर आने वाला है जिसने हमें कुछ इस प्रकार की फैसिलिटी देखने को मिलेगी

  • Avatars
  • अगले से कहीं भी आ जा सकते हैं
  • अलग अलग Components के भीतर आ जा सकते हैं
  • आकस्मिक उपयोगकर्ता व्यवहार
  • बेहतर User Experience
  • इंटरोऑपरेबिलिटी

क्यों पड़ी Metaverse Technology की जरूरत?

मेटा वर्ष की जरूरत हमें इसलिए पड़ी ताकि हम अपने घर पर ही बैठकर किसी भी जगह बहुत ही आसानी से जा सके और जिस चीज का आनंद हम अपनी रियल दुनिया में नहीं ले सकते उसे हम लेटा वर्ष की माध्यम से बहुत ही आसानी से समझ और देख सकें।

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FAQ:-

Metaverse Technology क्या है?

Metaverse Technology के माध्यम से आप अपने घर में ही बैठकर एक ऐसी दुनिया में जा सकते हैं जिसमें आप सिर्फ आभासी होकर भी एक Real मनुष्य की तरह किसी भी वर्चुअल इवेंट, प्रोग्राम या पार्टी मे जा कर उसका एक हिस्सा बन सकते हैं।

Metaverse कैसे काम करता है?

Metaverse एक ऐसी टेक्नोलॉजी है  जिसमें आप खुद वर्चुअली एंट्री करते हैं और इसकी सहायता से किसी भी गांव में बैठा Student दिल्ली के किसी भी अच्छे school or college में ठीक उसी तरह से Class ले सकता है जिस तरह से हम classroom में बैठकर लेते है।

Metaverse क्या है?

Internet एक अनोकी दुनिया है और इसके साथ-साथ एक नई दुनिया का जन्म हुआ है जिसका नाम है Metaverse, लेकिन फर्क बस इतना है कि जिस दुनिया में हम लोग रहते हैं उसमें हम किसी भी चीज को छू सकते हैं और महसूस कर सकते हैं॥

फेसबुक का नाम कब बदला गया था?

28 अक्टूबर सन 2021 को फेसबुक का नाम बदल दिया गया था और उसके बाद इसका नाम मेटा रखा दिया गया था।

क्या मेटावर्से के जरिए हम गेट टूगेदर कर पाएंगे?

हा हम मेटावर्से के जरिए हम गेट टूगेदर बिल्कुल कर पाएंगे?

Metaverse शब्द की उत्पत्ति कब और किसने की?

मेटावर्से शब्द की उत्पत्ति सन 1992 में सबसे पहले नील स्टीफेन्सन ने अपने स्नो क्रश नामक नोबेल में की थी।

क्या Metaverse Technology सेफ होने वाली है?

ऐसे में अगर प्राइवेसी की बात की जाए तो उसका खतरा तो बढ़ेगा ही क्योंकि इसके जरिए लोग आमने-सामने बैठकर और ना जाने कितनी ही चीजें के बारे में बात करेंगे।

मेटावर्स का अर्थ क्या है?

आपको बता दे की Metaverse दो शब्दों से मिलकर बनाया गया है, जिसमे से एक है मेटा और दूसरा है वर्स जिसमे से मेटा का मतलब बियोंड होता है जिसका मतलब है की वह चीज जीते हम सोच नहीं सकते।

Metaverse Technology क्या है?

2 thoughts on “Metaverse Technology क्या है?”

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