3D Printing कैसे काम करती है?

किसी भी प्रकार की 3D Printing बनाने के लिए आपको दो चीजों की जरूरत होगी पहली तो एक कंप्यूटर सिस्टम और दूसरी 3D पेंटिंग बनाने वाली मशीन। 

इसका उपयोग करके हम लोग Three Dimensional ऑब्जेक्ट को बनाते है, सबसे पहले इसमे हम लोग Compter मे डिजिटल रूप मे इसे बनाते है और फिर उसके बाद3D प्रिंटर के द्वारा उसे भौतिक स्वरूप दिया जाता है? 

3D Printing क्या है?

3D Printing को एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग भी कहा जाता हैं , जिसकी सहायता से आप किसी भी वस्तु की एक वास्तविक प्रिंटिंग बना सकते हैं। 

3D Printing से हम क्या क्या बना सकते है?

आप 3D Printing से सिरेमिक कप से लेकर प्लास्टिक के खिलौने, मशीन के पार्ट्स, फूलदान, चॉकलेट केक और यहां तक कि मानव शरीर के अंगों को भी बनाया जा सकता है।

3 डी प्रिंटिंग मे इस्तेमाल किये जाने वाले मटेरियल

3 डी प्रिंटिंग मे 6 प्रकार के मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है- (1).पॉलीमर्स, (2).मेटल, (3).कान्क्रीट, (4).मेटल, (5).कान्क्रीट, (6)सेरामिक्स 

3D प्रिंटर कौन सा डिवाइस है?

3D प्रिंटिंग एक हार्डवेयर और आउटपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर के द्वारा इनपुट लेता है और फिर इस इनपुट का एक भौतिक रूप में आउटपुट प्रदान करता है। 

3D Printing के फायदे

– 3 डी प्रिंटिंग से आप सस्ती और सुंदर वस्तु कम समय मे बना सकते है। – इसमे आपको महंगी चीजो को बहुत ही कम कीमत मे बना सकते है।

3D Printing के नुकसान

– यह टेक्नोलॉजी Starting में बहुत ही महंगी पड़ जाती है। – 3D प्रिंटिंग को चलाने के लिए आपको विशेष ज्ञान की आवश्यकता पड़ती है।