Database Management System क्या है? और इसके प्रकार

DBMS को ही Database Management System जाता है। यह एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर होता है। जिसकी सहायता से हम लोग अपने डेटाबेस को Create, Delete, Update और Manage कर सकते है। डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की सहायता से यूजर अपने डाटा को बहुत ही आसानी से एक्सेस और एनालिसिस कर लेते है।

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डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम क्या है?

database management system kya hai

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम किसी भी कंप्यूटर डेटा को मैनेज करने का एक ऐसा सिस्टम होता है, जिसमें यूजर अपने डेटा को बहुत ही आसानी से क्रिएट, डिलीट, एक्सेस और एनालाइज कर लेते हैं।

डेटाबेस आपस में संबंधित या सिमिलर डाटा का एक कलेक्शन होता है, जिसे डेटाबेस कहा जाता हैं। और साथ ही यह डाटा को सुरक्षित रखने में मदद करता है। जिससे यूजर डाटा को आसानी से एक्सेस कर सकें।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के प्रकार

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम निम्नलिखित प्रकार के होते हैं लेकिन उनमें से 4 मुख्य हैं:

  1. Relational Database (रिलेशनल डेटाबेस): रिलेशनल डेटाबेस मे एक दूसरे से रिलेटेड डाटा को रो और कॉलम के फोर्म मे दर्शाया जाता है।
  2. Network Database (नेटवर्क डेटाबेस): नेटवर्क डेटाबेस में डाटा को रिकॉर्ड के रूप में रखा जाता है और सभी डाटा एक दूसरे से लिंक होते है।
  3. Hierarchical Database (पदानुक्रमित डेटाबेस): इस प्रकार के डाटा को ट्री स्ट्रक्चर के रूप मे दिखाया जाता है, जिसमे Parent और Child होते है।
  4. Object-oriented Database (ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डेटाबेस): इसमें डेटा को ऑब्जेक्ट के रूप में दिखाया जाता है, जो lass और objects से मिलकर बना होता है।

अन्य प्रकार :

  1. NoSQL Database (नो-एसक्यूएल डेटाबेस)
  2. Distributed Database (डिस्ट्रिब्यूटेड डेटाबेस)
  3. Cloud Database (क्लाउड डेटाबेस)
  4. Operation Database (ऑपरेशन डेटाबेस)
  5. Centralized Database (सेंट्रलाइज्ड डेटाबेस)
  6. Data Warehouse (डेटा वेयरहाउस)

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के उदाहरण?

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के उदाहरण:

  1. MySQL
  2. Oracle
  3. Microsoft SQL Server
  4. PostgreSQL
  5. IBM DB2

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का इतिहास

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का इतिहास उस समय से है जब से कंप्यूटर है, सन 1960 में सब्से पहला डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर IBM में बनाया गया था जिसे IMS (Integrated Management Systems) कहा जाता था।

इस डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम को अपोलो प्रोग्राम के लिए बनाया गया था जिसे आज भी कई जगहो पर उपयोग कीया जाता है।

इसे डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम को Hierarchical database model के आधार पर बनाया गया था।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम कैसे काम करता है?

सबसे पहले डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम आपकी डेटाबेस फ़ाइलों को व्यवस्थित करता है और फिर यूजर को डेटा एक्सेस और नियंत्रण प्रदान करता है।

येसा करने के लिए डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के यूजर को अपनी डेटाबेस फ़ाइलों के डेटा मे बदलाओ करने की अनुमति भी देता है, जिसमें जरूरत पड़ने पर आप किसी भी डेटा को Create और अपडेट कर सके।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का क्या कार्य है?

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के निम्नलिखित कार्य है:

1. Data Redundancy: सिस्टम अपनी निजी फाइल्स होती है जो कई बार डुप्लीकेट फाइल्स बन जाती है इससे बचना ही data Redundancy कहलाता है।

2. Sharing Of Data: इसमें डाटा एडमिनिस्ट्रेटर डाटा को नियंत्रित करता है और डाटा को एक्सेस करने के लिए यूज़र को अनुमती देता है।

3. Data Consistency: डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा डेटाबेस में एक ही प्रकार के डाटा को रोका जा सकता है।

4. Integration Of Data: इसमे डाटा को दुबारा प्राप्त करना और अपडेट करना आसान होता है।

5. Data Security: डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में डाटा को पूरी तरह से डाटा एडमिनिस्ट्रेटर के द्वारा कण्ट्रोल किया जाता है, जिससे डेटाबेस की सिक्योरिटी बढ़ जाती है।

6. Remove Procedures: इसमे डाटा को आसानी से रिकवर कर सकते है।

7. डेटा को एक्सेस करना: DBMS उपयोगकर्ताओं को डेटा को सुरक्षित और कुशल तरीके से एक्सेस करने की अनुमति देता है।

8. डेटा को व्यवस्थित करना: DBMS डेटा को टेबल, इंडेक्स और अन्य संरचनाओं में व्यवस्थित करने में मदद करता है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के अनुप्रयोगों

  1. बैंक में: Customer की जानकारी, Loan की जानकारी आदि को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
  2. Airlines में: ticket booking, और रिजर्वेशन के लिए किया जाता है।
  3. College और School में: student की जानकारी, और टीचर की जानकारी को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
  4. टेलीकम्यूनिकेशन में: कॉल रिकॉर्ड, बिल और balance की जानकारी को स्टोर करने के लिए जाता है।
  5. Finance में: stock, sales, और purchase की जानकारी को store करने के लिए किया जाता है।
  6. Sales में: customer, product और sales की जानकारी को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
  7. Manufacturing में: supply chain management और product को ट्रैक करने के लिए किया जाता है।
  8. HR management में: employees, salary, payroll और paycheck आदि की जानकारी स्टोर करने के लिए किया जाता है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का मुख्य कार्य क्या हैं?

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का मुख्य कार्य डेटाबेस की सभी फ़ाइलों को व्यवस्थित करना होता है और User को उस डेटा को नियंत्रित प्रदान करना होता है।

इसके साथ साथ डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के कार्यों में सुरक्षा, बैकअप आदि भी शामिल हैं।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के मूल घटक क्या है?

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के मूल घटक कुछ इस प्रकार है:

  1.  सॉफ्टवेयर (Software)
  2. हार्डवेयर (Hardware)
  3. डेटा (Data)
  4. डेटाबेस एक्सेस लैंग्वेज (Database Access Language)
  5. क्वेरी प्रोसेसर (Query Processor)
  6. रन टाइम डेटाबेस मैनेजर (Run Time Database Manager)
  7. डेटा मैनेजर (Data Manager)
  8. डेटाबेस इंजन (Database Engine)
  9. डेटा डिक्शनरी (Data Dictionary)
  10. रिपोर्ट राइटर (Report Writer)

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की विशेषताएं:

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की विशेषताएं निम्न्लिखित है:

  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की मुख्य विशेषता Data duplication और redundancy को रोकना है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम  बैकअप और रिकवरी की सुविधा भी प्रदान करता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम  बड़ी से बड़ी मात्रा में डेटा को हैंडल कर सकता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम Storage और खर्चे से बचाता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम User और Data को हाई लेवल की सुरक्षा प्रदान करता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम पर कोई भी User काम कर सकता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम यूजर को डेटाबेस ऑब्जेक्ट बनाने, संशोधित करने और हटाने की अनुमति देता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम यूजर को डेटाबेस से डेटा डालने, अपडेट करने, हटाने और पुनर्प्राप्त करने की अनुमति देता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि सिस्टम विफलता या रुकावट के मामले में भी डेटाबेस सुसंगत स्थिति में बना रहे।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के लाभ:

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के निम्न्लिखित लाभ है:

  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम सिस्टम में डेटा को खोजना और पुन:प्राप्त करना आसान है।
  • डेटा साझाकरण बहुत ही आसानी से हो जाता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम बहुत ही अच्छी तरह से डेटा एकीकरण की अनुमति प्रदान करता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम डेटाकी सुरक्षा के लिए एक मजबूत सिक्योरिटी प्रदान करता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम बार-बार एक्सेस किए जाने वाले डेटा को जल्द से जल्द एक्सेस करने मे मदत करता था।
  • यह उपयोगकर्ताओं और एप्लिकेशन के बीच डेटा शेयरिंग को सक्षम बनाता है।
  • अलग-अलग प्रकार के डाटा को एक ही डेटाबेस से जोड़ता है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के नुकसान:

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के निम्न्लिखित नुकसान भी है:

  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम एक कठिन प्रोसेस है और इसे लागू करना भी आसान नहीं है।
  • डेटाबेस मे गलती होने की संभावना भी बहुत अधिक हो जाती है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम को बनाने के लिए एक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनो की आवश्यकता होती है।
  • डेटाबेस सिस्टम की दक्षता को अच्छा करने के लिए सिस्टम को चालू रखना होता है।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम एक कठिन सॉफ्टवेयर है क्योकी इसे कॉन्फ़िगर करने और बनाए रखने के लिए तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। 
  • इसने मेमोरी, सीपीयू और डिस्क स्पेस जैसे सिस्टम संसाधनों की आवश्यकता होती है।
  • डाटा ट्रान्सफर में मुश्किलें आती है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की Characteristics क्या हैं?

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की Characteristics निम्न्लिखित हैं?

  • Self describing nature का होना।
  • 2. Program Data Independence का होना।
  • 3. ये Support करता है Multiple Views Data को।
  • 4. Database की Sharing Multiple Users के बीच हो सकती है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के Function क्या है?

1. Create Data: DBMS के द्वारा डाटा को क्रिएट किया जाता है।

2. Manage Data: इसमें डाटा को मैनेज किया जाता है।

3. Update Data: इसमें जरूरत के अनुसार डाटा को अपडेट किया जा सकता है।

4. Delete Data: इसमें जिस डाटा की जरूरत नहीं है उस डाटा को डिलीट किया जाता है।

5. Data Backup: इसमें डाटा का बैकअप लिया जा सकता है।

6. Data Recovery: इसमें सिस्टम फैलियर होने पर डाटा को रिकवर किया जाता है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम इन हिंदी pdf

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आपने सीखा:

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो डेटा को व्यवस्थित, संग्रहीत, प्रबंधित और एक्सेस करने में मदद करता है। यह विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है, और यह डेटा की सुरक्षा और सुसंगतता सुनिश्चित करने में मदद करता है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम से सम्बंधित FAQs:

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम क्या होता है?

DBMS को ही Database Management System जाता है। यह एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर होता है। जिसकी सहायता से हम लोग अपने डेटाबेस को Create, Delete, Update और Manage कर सकते है। डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की सहायता से यूजर अपने डाटा को बहुत ही आसानी से एक्सेस और एनालिसिस कर लेते है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम से आप क्या समझते हैं?

Data Base Management System एक Software होता हैं, जिसका उपयोग डेटाबेस को बनाने और संभालने के लिए किया जाता हैं।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का प्रमुख कार्य क्या है?

यह User को कंप्यूटर से डेटा को व्यवस्थित, संग्रहीत और पुनर्प्राप्त करने की अनुमति देता है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग कब नहीं करना चाहिए?

जब डेटा छोटा हो और सरल फ़ाइल सिस्टम या स्प्रेडशीट का उपयोग करके आसानी से प्रबंधित कठिन ho।

Database Management System क्या है?