सिस्टम एनालिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हम सिस्टम के सभी फैक्ट और तत्वों को कलेक्ट करके उन्हें एनालाइज किया जाता है जिससे हम सिस्टम के प्रॉब्लम का पता लगते हैं जिससे हम अपने सिस्टम कोअलग-अलग कंपोनेंट में विभाजित कर देते हैं।
सिस्टम एनालिसिस का मतलब सिस्टम के उद्देश्य और उसके अलग-अलग कंपोनेंट को अच्छी तरह से समझाना होता है।
सिस्टम एनालिसिस एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसकी सहायता से हम अपने सिस्टम के सभी भागों और कार्यों को अच्छी तरह से एनालाइज करते हैं। जिससे हम अपने सिस्टम को और भी ज्यादा सिंपल और बेहतर बनाते हैं।
और यह भी सुनिश्चित करते हैं कि सिस्टम के सभी पार्ट्स और कंपोनेंट अच्छे से कार्य कर रहे हैं या नहीं।
सिस्टम क्या है?
सिस्टम एलिमेंट्स और कंपोनेंट का एक समूह होता है, जो की मिलकर एक सिस्टम बनाते हैं और इनका कार्य एक साथ काम करना होता है।
सिस्टम एनालिसिस क्या है?
सिस्टम एनालिसिस का मतलब होता है किसी सिस्टम को एनालाइज करके उसे समझने और सिस्टम एनालिसिस का मुख्य उद्देश्य होता है सिस्टम की प्रक्रिया और स्टोर डाटा को समझना जिससे उस सिस्टम को बेहतर बनाया जा सके।
सिस्टम एनालिसिस करने के लिए विभिन्न टेक्नोलॉजी और मॉडल का उपयोग किया जाता है जैसे की डाटा फ्लो डायग्राम और ER डायग्रामइन इन सब का उपयोग नए सिस्टम को डिजाइन करने के लिए किया जाता है।
इसके अलावा सिस्टम एनालिसिस करने के लिए स्टोर डाटा का प्रोसेस किया जाता है और कुछ नियमों और मनको का पालन किया जाता है जिसके बाद सिस्टम यूजर्स की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया जा सके।
सिस्टम एनालिसिस का मतलब क्या है?
सिस्टम एनालिसिस का मतलब होता है कि हम अपने सिस्टम के सभी भागों और कंपोनेंट को अच्छी तरह से एनालाइज करके उसके कार्य को समझ कर उन्हें और भी अच्छा बना सके और अगर सिस्टम में कोई प्रॉब्लम हो तो उसे दूर कर सके, जिस हमारा सिस्टम यूजर फ्रेंडली बन सके।
सिस्टम एनालिसिस के लिए क्या-क्या जरूरतें हैं?
सिस्टम एनालिसिस के लिए कई जरूरतें होती हैं जो इस प्रकार हो सकती हैं:
- उद्देश्य: यह सबसे पहला स्टेप होता है इसमें हमारा उद्देश्य होता है कि हम अपने सिस्टम को कैसा बनाना चाहते हैं और वह कैसे काम करेगा।
- प्रोसेस: इसमें हम एक प्रक्रिया को डिजाइन करते हैं कि हमारा सिस्टम अपने यूजर्स की सहायता को कैसे पूरा कर सकता है और उनके अनुसार कैसे कार्य कर सकता है
- टेक्नोलॉजी की जांच: इसमें हम अपने सिस्टम में अलग-अलग टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं जैसे कि हमारा सिस्टम किस प्लेटफार्म पर होगा कैसी लैंग्वेज होगी और वह किस टेक्नोलॉजी पर कार्य करेगा।
- सिक्योरिटी: इसमें हम अपने सिस्टम की सिक्योरिटी कोअच्छा बनाने के लिए अलग-अलग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर दीजिए।
- अथॉरिटी को पहचाना: हम ध्यान रखते हैं कि हमारे सिस्टम की अथॉरिटी को कुछ ही लोग पहुंचने सबको इसके बारे में पता नहीं होना चाहिए।
- प्रोजेक्ट की प्लानिंग: अब हम अपने प्रोजेक्ट को प्लान करते हैं कि हमारा प्रोजेक्ट किस कार्य पर वर्क करेगा और वह कैसा होना चाहिए।
- प्रोटोटाइपिंग और टेस्टिंग: अब हम अपने सिस्टम का एक प्रोटोटाइप बनाते हैं जिसमें सिस्टम के सभी कंपोनेंट को दिखाते हैं और फिर उसकी एक टेस्टिंग भी करते हैं।
- डिज़ाइन: सिस्टम के डिज़ाइन और विकास को आगे बढ़ाने के लिए कोडिंग की जाती है।
- डॉक्यूमेंटेशन: अब हम अपने सिस्टम का एक डॉक्यूमेंटेशन तैयार करवाते हैंजो की यूजर्स के नाम होता है।
- सहायता: हमारे सेंटर में सबसे इंपोर्टेंट होता है कि इसमें एक हेल्प सेंटर जरूर होना चाहिए जो की यूजर्स की ब्रोब्लेम को सॉल्व कर सके।
सिस्टम एनालिसिस के फायदे
सिस्टम एनालिसिस के निम्नलिखित फायदे हैं:-
- सिस्टम एनालिसिस की सहायता से हम सिस्टम को और भी ज्यादा बेहतर तरीके से मैनेज कर पाते हैं।
- सिस्टम एनालिसिस से हम अपने सिस्टम के प्रॉब्लम को पहले ही आईडेंटिफाई कर लेते हैं जिससे बाद में हमें किसी भी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है।
- सिस्टम एनालिसिस सिस्टम की क्वालिटी को बताता है।
- सिस्टम एनालिसिस के द्वारा पैसे की भी बचत होती है।
- सिस्टम एनालिसिस हमारे सिस्टम की प्रोडक्टिविटी को बढ़ा देता है।
FAQs:
सिस्टम एनालिसिस क्या है?
सिस्टम एनालिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हम सिस्टम के सभी फैक्ट और तत्वों को कलेक्ट करके उन्हें एनालाइज किया जाता है जिससे हम सिस्टम के प्रॉब्लम का पता लगते हैं जिससे हम अपने सिस्टम कोअलग-अलग कंपोनेंट में विभाजित कर देते हैं।