हैकिंग कितने प्रकार के होते हैं, वैसे तो हैकिंग निम्नलिखित प्रकार की होती हैं इसलिए इन्हें अलग-अलग श्रेणियों में बांटा जाता है कुछ मुख्य श्रेणियां इस प्रकार हैं-
- Ethical हैकिंग: यह user के द्वारा निर्धारित किए गए प्रमाणों के अनुसार होती है, एथिकल हैकिंग का उपयोग सिस्टम, नेटवर्क या संगठन की सुरक्षा में कमी को ढूंढने और उसे ठीक करने के लिए किया जाता है।
- Black Hat हैकिंग: इस प्रकार की हैकिंग से hacker आपके सिस्टम में बिना आपकी आज्ञा के प्रवेश करते है, और इससे हटकर आपकी सारी जानकारी को चुरा देते हैं इस तरह की हैकिंग सभी users के नुकसानदायक होती है।
- White Hat हैकिंग: इस प्रकार की हैकिंग में हैकर आपकी इजाजत से आपके सिस्टम और नेटवर्क पर अटैक करता है यह जानने के लिए कि कोई दूसरा है कर इसे हैट सकता है या नहीं।
- Grey Hat हैकिंग: यइस प्रकार की हैकिंग में ब्लैक हट हैकर और व्हाइट हट हैकर दोनों आते हैं, इसमें हैकर हूं आपकी मर्जी से आपका डाटा एक्सेस करता है, और आपको पता है बिना भी आपका डाटा एक्सेस कर लेता है।
- Blue Hat हैकिंग: इस तरह की हैकिंग किसी एक आम user के द्वारा ही अपने system पर की जाती है, ताकि सुरक्षा सुधार कीया जा सके।
- Red Team हैकिंग: इसमें किसी एक बड़े ऑर्गेनाइजेशन की बहुत सारी सुरक्षा को चेक करने के लिए एक विशेष टीम काम करती है। इस तरह की हैकिंग में एक टीम दूसरी टीम के विरुद्ध हमला करती है और उसे जीतने की कोशिश करती है।
- Advanced Persistent Threat (APT): यह किसी टारगेट user या संगठन के खिलाफ कार्य करती है, इसे कई अलग अलग चरणों में किया जाता है। इसमें network पर हमला करने वाले hacker दूसरे संगठन की सुरक्षा प्रणाली को उलझन में डाल देता है।
- Physical हैकिंग: इसमें सिस्टम को Authorized तरीके से expressed किए बिना सिस्टम पर बिजली, नेटवर्क या अन्य प्रकार का हमला किया जाता है। इसमें हमले करने वाले व्यक्ति को user या Organization के इंटरनल स्पेस के बीच सीमाओं को उलझान में डालने की जरूरत होती है।
हैकिंग क्या होती है?
हैकिंग एक येसी technical skills है जो नेटवर्क, सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बदलने के लिए उपयोग की जाती है। किसी भी यूजर या ऑर्गेनाइजेशन के सिस्टम या नेटवर्क में बिना उसकी आज्ञा के प्रवेश करना तथा उसके पर्सनल डाटा को एक्सेप्ट करना हैकिंग कहलाता है।
हैकिंग के अनेक उदाहरण हैं जो की कुछ इस प्रकार हैं:-
- सोशल इंजीनियरिंग: सोशल इंजीनियरिंग एक technology है जिसमें हैकर आपके भरोसे का फायदा उठाकर आपके अकाउंट के पासवर्ड या अन्य संबंधित जानकारी तक पहुंचने का प्रयास करता हैं।
- नेटवर्क हैकिंग: इसमें Hacker किसी भी नेटवर्क में घुसकर उस नेटवर्क के निजी डेटा तक पहुंचने का प्रयास करते हैं।
- डेनियल ऑफ सर्विस (DoS) और डेनियल ऑफ सर्विस अटैक (DDoS): इसमें अगर किसी एक नेटवर्क पर बहुत ज्यादा ट्रैफिक भेजकर उसे नष्ट करने की कोशिश करता है।
एक hacker का मेन काम होता है कि Computer System की कमजोरियों को ढूंढ कर उसके personal data को hack कर लेना और फिर उस system के मालिक से पैसे की मांग करना और उसे blackmail करना।
हैकिंग कितने प्रकार के होते हैं?
वैसे तो हैकिंग बहुत प्रकार की होती है इसलिए हमने इसे अलग अलग categories में बाँट हैं जि जो कि कुछ इस प्रकार है:
- सिस्टम हैकिंग
- मोबाइल हैकिंग
- कंप्यूटर हैकिंग
- नेटवर्क हैकिंग
- पासवर्ड हैकिंग
- वेबसाइट हैकिंग
- ईमेल हैकिंग
- वायरलेस हैकिंग
- एथिकल हैकिंग
- Mobile हैकिंग – इस प्रकार की हैकिंग में हैकर किसी एक मोबाइल को टारगेट कर देता है, जिसमें Mobile को Control करना, Spy करना, Data चोरी और नष्ट करना भी शामिल होता है। ये आमतौर पर Virus, Trojan और Malware के द्वारा किया जाता है।
- Computer हैकिंग – इस प्रकार की हैकिंग में hacker किसी computer system के computer ID और password को recover या जान लेता है, जिससे Hacker आपके computer system पर unauthorized access प्राप्त कर लेता हैं।
- Network हैकिंग – इस प्रकार की हैकिंग मे Hacker किसी Network मैं unauthorized access प्राप्त करके उस Network पर उपस्थित सभी जानकारी को प्राप्त कर लेता है, Network हैकिंग करने के लिए Internet पर कई tools जैसे की Telnet, NS lookup, Ping, Tracert, Netstat, आदि उपलब्ध है। नेटवर्क हैकिंग का मुख्य उद्देश्य उस Network को बर्बाद कर उस के माध्यम से होने वाले Operation को Fail करना होता है।
- Password हैकिंग – इस प्रकार की हैकिंग में Hacker के द्वारा किसी भी secret passwords को recover किया जाता है, passwords को recover करने के लिये system में store, data को transmit किया जाता है।
- Website हैकिंग – इस प्रकार की हैकिंग में Haker किसी भी Website के Server तथा उसके Database पर Attack करके उसके उसके Server और उस Server के Database में उपस्थित Data को नष्ट कर देता है, और उस पर unauthorized control प्राप्त कर लेता है।
- Email हैकिंग – इस प्रकार के हैकिंग मे hacker बिना owner के permission के ही उसके email account को hack करके उस पर unauthorized access प्राप्त कर लेता है, और फिर hacker इस Email को अपने कामो के लिये उपयोग करता है।
- Wireless हैकिंग – इसमे internet के द्वारा या फिर wifi के द्वारा haking की जाती है।
- Ethical हैकिंग – इस प्रकार के हैकिंग किसी system या network की कमजोरियों को ढूंढ कर उसे ठीक करने में system या network के owner की मदद करना होता है, इसमें owner की देखरेख में हैकिंग के सभी कार्य किये जाते हैं।
हैकिंग से कैसे बचे?
यदि आप हैकिंग से बचना चाहते है तो आपको सबसे ज्यादा अपने online security पर ध्यान देना होगा इसके लिये आप इन निम्नलिखित तरीकों का उपयोग करके अपने online security को बढ़ा सकते हैं:-
- Hard Password का उपयोग करें: अपने किसी भी Online Account के लिए एक hard password का उपयोग करें और उसे समय समय पर बदलते भी रहें। आप अपने पासवर्ड में अल्फाबेट, संख्या और वर्ण का उपयोग करे।
- अपने security question को secure रखें: अपने security question के answer को केवल आप को ही पता होता है, इसलिये आप इसे कभी भी अन्य लोगों को ना बताये।
- data encryption का उपयोग करें: अपनी वेबसाइट, ईमेल और संदेशों को एन्क्रिप्ट करने वाले security services का उपयोग करें।
- stay alert का उपयोग करे: किसी unknown user से भेजी गई ईमेलों या लिंक्स को खोलने से पहले Alert रहें।
- अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट करें: अपने सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को नियमित रूप से अपडेट करते रहे।
- अपने security settings का Review करते रहे: अपने ऑनलाइन अकाउंट्स की सुरक्षा सेटिंग्स को Time-time पर check करते रहे और अपने account की security के लिए fixed security settings का उपयोग करें।
- वायरलेस नेटवर्क का सही उपयोग करें: वायरलेस नेटवर्क का उपयोग करते समय सुनिश्चित करें कि आप एक secure network का उपयोग कर रहे हैं।
अधिक सुरक्षा वाली Service का उपयोग करें: अधिक सुरक्षा युक्त सेवाएं, जैसे वीपीएन (VPN), आपके इंटरनेट कनेक्शन को अधिक सुरक्षित बनाने में मदद करती हैं।
इन सभी तरीकों का उपयोग करके आप अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को बढ़ा सकते हैं और हैकिंग से बच सकते हैं।
हैकर कितने प्रकार के होते है?
आज की दुनिया में वैसे तो Hacker तीन प्रकार के होते हैं:
- सफेद टोपी हैकर ( White hat hacker)
- काली टोपी हैकर (Black hat hacker)
- ग्रे टोपी हैकर (Grey hat hacker)
इसमें से और एक हैकर अच्छा होता है, अच्छे काम करता है जो लोगों के लिए लाभदायक है, और दो प्रकार के Hacker बुरे Hacker होते हैं जो कि बुरा और गैर कानूनी काम करते हैं, लोगों को नुक्सान पहुचाते हैं।
अच्छे hacker को White hat hacker हैं, और बुरे hacker को Black hat hacker और Grey hat hacker कहते हैं, इन दोनो मे से Grey hat hacker अच्छा और बुरा दोनों काम करता है।
हैकिंग की तकनीकियां
- Phishing:– Phishing हैकिंग करने में सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला तरीका है, इस तरीके मे user किसी चीज का लालच दे कर उसकी जानकारी प्राप्त की जाती है जैसे की; Username और Password आदि।
- Virus, Trojan:- Virus और Trojan एक प्रकार Program होता है, जिसे System को नुकसान पहुंचाने के लिए Design किया जाता है।
- Keylogger:- Keylogger एक प्रकार का Software Program होता है, जिसकी मदद से कंप्यूटर को Hack, Spy और Monitor कर सकते है।
- DDOS Attack:- इसका पूरा नाम Distributed Denial of Service Attack होता है, इसका उपयोग server को Down करने के लिए किया जाता हैं।
- Social Engineering:- Social Engineering भी एक हैकिंग तकनीक है। जिसमें Psychology का इस्तेमाल कर Confidential Information प्राप्त किया जाता है।
एथिकल हैकिंग क्या है?
इस प्रकार के हैकिंग किसी system या network की कमजोरियों को ढूंढ कर उसे ठीक करने में system या network के owner की मदद करना होता है, इसमें owner की देखरेख में हैकिंग के सभी कार्य किये जाते हैं।
यह user के द्वारा निर्धारित किए गए प्रमाणों के अनुसार होती है, एथिकल हैकिंग का उपयोग सिस्टम, नेटवर्क या संगठन की सुरक्षा में कमी को ढूंढने और उसे ठीक करने के लिए किया जाता है।
हैकिंग से क्या फायदा होता है?
- हैकिंग के द्वारा कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क की कमजोरियों का पता लगाया जा सकता है।
- साइबर क्राइम के खिलाफ लड़ने में मदद करती है।
- ब्लैक हैट हैकरों से Security प्रदान कर सकते हैं।
- हैकिंग से Lost Information को Recover किया जा सकता है।
- हैकिंग मे माध्यम से system की Security Check कर सकते है।
- किसी भी सिस्टम के कमजोरी ,bugs,open hole की find कर सकते हैं
हैकिंग के नुकसान
- हैकिंग को जानने वाले व्यक्ति पैसो की लालच में आ कर गलत काम करने लगते है।
- हैकिंग के माध्यम से लोग दूसरे की जानकारी को प्राप्त कर लेते हैं।
- हैकिंग से कंपनी के System Operations को बंद किया जा सकता है।
- हैकिंग के द्वारा Cyber Crime बढ़ता जा रहा है।
निष्कर्ष:
दोस्तों मैं आशा करता हूं आप आपको हमारी यह पोस्ट हैकिंग कितने प्रकार की होती हैं? बहुत पसंद आई होगी हमने इस पोस्ट में है हैकिंग कितने प्रकार की होती है और है Hacker कैसे बने के बारे में पूरी जानकारी दी है इसके साथ साथ आप हैकिंग से कैसे बच सकते है इसके बारे मे भी बताया हुआ है, दोस्तो आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी Comment करके जरूर बताये। “धन्यवाद!!”
FAQ:-
हैकिंग कितने प्रकार के होते हैं?
हैकिंग निम्न्लिखित प्रकार के होते हैं?
1:- सिस्टम हैकिंग
2:- कंप्यूटर हैकिंग
3:- नेटवर्क हैकिंग
4:- पासवर्ड हैकिंग
5:- वेबसाइट हैकिंग
6:- ईमेल हैकिंग
7:- वायरलेस हैकिंग आदि
हैकिंग को हिंदी में क्या बोलते हैं?
हैकिंग को हिंदी में दो नाम से जाना जाता है:
1).कंप्यूटर तकनीक या प्रोग्रामिंग का विशिष्ट ज्ञाता
2).अनाधिकृत ढंग से कंप्यूटर संचित सूचना चुराने वाला व्यक्ति।
हैकिंग सीखने में कितना समय लग सकता है?
हैकिंग सीखने के लिए आपको 6 महीने से 1 साल का समय लग सकता है।
हैकिंग में कौन सा देश सबसे आगे है?
सबसे ज्यादा हैकर चीन देश में है।
वाइट हैट हैकिंग क्या है?
इस प्रकार की हैकिंग में हैकर आपकी इजाजत से आपके सिस्टम और नेटवर्क पर अटैक करता है यह जानने के लिए कि कोई दूसरा है कर इसे हैट सकता है या नहीं।
हैकिंग क्या होती है?
हैकिंग एक येसी technical skills है जो नेटवर्क, सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बदलने के लिए उपयोग की जाती है। किसी भी यूजर या ऑर्गेनाइजेशन के सिस्टम या नेटवर्क में बिना उसकी आज्ञा के प्रवेश करना तथा उसके पर्सनल डाटा को एक्सेप्ट करना हैकिंग कहलाता है।
Hacking कौन करता है?
हैकिंग करने वाले लोगों को “हैकर” कहा जाता है। ये लोग अक्सर कंप्यूटर या नेटवर्क के सुरक्षा की कमजोरियों का पता लगा कर उसका फायदा उठाते हैं।