इंटरनेट का पूरा नाम इण्टरनेशनल नेटवर्क है, जिसे विंट कर्फ ने शुरू किया। इन्हें ‘इण्टरनेट का पिता’ कहा जाता है। इण्टरनेट ‘नेटवर्कों का नेटवर्क’ है, जिसमें लाखों निजी व सार्वजनिक लोकल से ग्लोबल स्कोप वाले नेटवर्क होते हैं।
सामान्यतः, इन्टरनेट के अनुप्रयोग क्या है जब कोइ “नेटवर्क दो या दो से अधिक कम्प्यूटर सिस्टमों को आपस में जोड़कर बनाया जाता है तो वह नेटवर्क इन्टरनेट कहलाता है।
अनुप्रयोग परिचय इंटरनेट विभिन्न सेवा सुविधाएं प्रदान करता है जिसमें फाइल को एक से दूसरे जगह पहुंचाना ईमेल, WWW, Blogging, नोटिस बोर्ड के साथ-साथ मनोरंजन एवं ऑनलाइन शॉपिंग जैसे बहुत सारी ऑनलाइन सुविधाएं शामिल है
इंटरनेट के अनुप्रयोग क्या है
इन्टरनेट के विकास ने दुनिया के सोचने तथा कार्य करने की विधि को ही बदल डाला है। आज तक शायद ही किसी आविष्कार ने मानव जीवन को इस स्तर पर प्रभावित किया होगा।
चिकित्सा, शिक्षा, व्यापार, शासन, कृषि, शोध या किसी भी जगत की बात करे इस पर इन्टरनेट का व्यापक प्रभाव है। इन्टरनेट से आप किसी को कुछ ही सेकण्ड में पत्र लिख कर भेज सकते हैं। इंटरनेट का उपयोग विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न कार्य को करने के लिए किया जाता है
इंटरनेट का उपयोग इन क्षेत्रों में बहुत तेजी से किया जा रहा है
- वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग
- ई-लर्निंग
- ई-बैंकिंग
- ई-शॉपिंग
- ई-रिजर्वेशन
- सोशल नेटवर्किंग
- ई-कॉमर्स
- एम-कॉमर्स
- इलेक्ट्रॉनिक मेल
(i) वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग
वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग भी इन्टरनेट के अनुप्रयोग क्या है इसी का ही एक पर्ट है इसके माध्यम से कोई व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह किसी अन्य व्यक्ति या समूह के साथ दूर होते हुए भी आमने-सामने रहकर वार्तालाप कर सकते हैं।
यह वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग करने के लिये उच्च गति का इण्टरनेट कनेक्शन होना चाहिये और इसे करने के लिये एक कैमरे, माइक्रोफोन, तथा साउण्ड की आवश्यकता होती है।
(ii) ई-लर्निंग
ई लर्निंग को हम लोग ऑनलाइन लर्निंग भी कर सकते हैं या हमारी परंपरागत लर्निंग से बहुत अलग है इससे हम ऑनलाइन घर बैठे कम्प्यूटर आधारित, इण्टरनेट आधारित प्रशिक्षण और ऑनलाइन शिक्षा आदि घर पर ही कर सकते हैं, इससे उपयोगकर्ता किसी विषय से आधारित जानकारी को इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रदान कर सकता है।
(iii) ई-बैंकिंग
ई-बैंकिंग के माध्यम से सभी बैंक उपयोगकर्ता पूरे विश्वभर में कहीं से और कभी भी अपने बैंक अकाउण्ट को मैनेज कर सकते है और अपने पैसे को एक बैंक से दूसरे बैंक तक आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं।
यह ई-बैंकिंग स्वचालित प्रणाली का एक अच्छा उदाहरण है, जिसमें उपयोगकर्ता की अप्नी सारी गतिविधियो पूँजी निकालने, ट्रांसफर करने, मोबाइल रिचार्ज करने इत्यादि के साथ – साथ उसका बैंक अकाउण्ट भी मैनेज होता रहता है।
ई-बैंकिंग से किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (पीसी, मोबाइल आदि) पर इण्टरनेट की सहायता ली जा सकती है। इसके मुख्य व व्यावहारिक उदाहरण हैं-बिल पेमेण्ट सेवा, फण्ड ट्रांसफर इत्यादि। ई-बैंकिंग को इण्टरनेट बैंकिंग या ऑनलाइन बैंकिंग भी कहा जाता है।
(iv) ई-शॉपिंग
ई-शॉपिंग को ऑनलाइन शॉपिंग भी कहा जाता हैं। ई-शॉपिंग के माध्यम से उपयोगकर्ता कोई भी सामान; जैसे- किताबें, कपड़े, घरेलू सामान, खिलौने, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर तथा हेल्थ इन्श्योरेन्स इत्यादि को खरीद सकता है।
इसमें खरीदे गए सामान की कीमत चुकाने के लिए कैश ऑन डिलीवरी व ई-बैंकिंग का प्रयोग करते हैं। यह ई-शॉपिंग विश्वभर में कहीं से भी की जा सकती है। कुछ ई-शॉपिंग साइटें जैसे- Naaptol, Flipkart, HomeShop18 आदि है।
(v) ई-रिजर्वेशन
ई-रिजर्वेशन से हम किसी भी वेबसाइट पर अपने लिए या किसी दूसरे के लिए किसी भी कार्य को स्वयं के लिए आरक्षित कर सकते हैं जैसे: रेलवे रिजर्वेशन करने में, एयरवेज, टिकट बुकिंग में, होटल रूम्स की बुकिंग आदि में इसकी सहायता से उपयोगकर्ता को टिकट काउण्टर पर खड़े रहकर प्रतीक्षा नहीं करनी होती। इसे इण्टरनेट के माध्यम से किसी भी जगह से कर सकते हैं।
कुछ ई-रिजर्वेशन (इलेक्ट्रॉनिक रिजर्वेशन) साइ जैसे- www.irtc.com, www.yatra.com, www.makemy.ttrip.com आदि हैं।
(vi) सोशल नेटवर्किंग
सोशल नेटवर्किंग एक ऐसी वेबसाइट है, जो समान रुचियों वाले व्यक्तियों को एक साथ सूचना, फोटो और वीडियो साझा करने की अनुमति देती है। यह इण्टरनेट के माध्यम से बना हुआ सोशल नेटवर्क कुछ विशेष व्यक्ति या अन्य व्यक्तियों का समूह होता है।
इस सोशल नेटवर्क के माध्यम से कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से बहुत ही आसानी से सम्पर्क कर सकता है, चाहे वे दोनों पूरे विश्व में कहीं भी क्यो ना हों।
सोशल नेटवर्किंग को केवल सोशल साइट्स पर जा कर ही की जा सकती है तथा कम्युनिकेशन टैक्स्ट, पिक्चर्स, वीडियो इत्यादि के रूप में भी स्थापित हो सकता है। कुछ सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे Facebook, Twitter, MySpace आदि हैं।
(vii) ई-कॉमर्स
ई-कॉमर्स के अन्तर्गत सामानों का लेन-देन, व्यापारिक सम्बन्धों को बनाए रखना व व्यापारिक जानकारियों को शेयर करना इत्यादि सम्मिलित होता है, जिसमें धनराशि का लेन-देन इत्यादि भी सम्मिलित है। दूसरे शब्दों में, यह इण्टरनेट से सम्बन्धित व्यापार है।
कितना भी सामान को इलेक्ट्रॉनिक के माध्यम से खरीदा या बेचा जाए तो उसे ई-कॉमर्स कहते हैं यह ऑनलाइन रिटेल बहुत आरामदायक होता है, एक तो यह 24 घंटे उपलब्ध है और अच्छी सेवा भी प्रदान करता है।
(viii) एम-कॉमर्स
यह किसी भी वस्तु या सामान इत्यादि को वायरलेस कम्युनिकेशन के माध्यम से खरीदने तथा बेचने के लिए प्रयोग होता है। इसमें वायरलेस उपकरणों; जैसे- मोबाइल, टैबलेट आदि संक्षेप में, जो कार्य इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स के अन्तर्गत होते हैं, वही सब कार्य मोबाइल इत्यादि पर करने को मोबाइल कॉमर्स कहते हैं।
(ix) इलेक्ट्रॉनिक मेल
ई-मेल से तात्पर्य इलेक्ट्रॉनिक डाक से है। ई-मेल डाक व्यवस्था से अधिक विश्वसनीय एवं तीव्र गति से डाक पहुँचाने वाली व्यवस्था है। यह इण्टरनेट की सबसे पुरानी एवं उपयोगी सेवा है।
इस सेवा का प्रयोग करके किसी भी प्रकार की सूचना एवं सन्देश को कम्प्यूटर के द्वारा दुनिया के किसी भी कोने में इण्टरनेट की सुविधा से युक्त कम्प्यूटर पर भेजा जा सकता है और कहीं से भी भेजी गई सूचना प्राप्त की जा सकती है।
सूचनाओं के आदान-प्रदान का यह सबसे सस्ता माध्यम है। इसके लिए जिस व्यक्ति को आप ई-मेल करना चाहते हों, उसका ई-मेल पता आपको ज्ञात होना चाहिए ।
इण्टरनेट पर ऐसी अनेक वेबसाइट उपलब्ध हैं, जो निःशुल्क ई-मेल एड्रेस एवं ई-मेल सेवाएँ उपलब्ध कराती हैं। इनमें से निम्नलिखित प्रमुख हैं
(i) www.hotmail.com (2) www.yahoo.com (3) www.rediffmail.com
इण्टरनेट के लाभ क्या है?
इण्टरनेट से होने वाले कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं.
- इण्टरनेट के माध्यम से हम किसी को भी ई-मेल भेजा सकते है और प्राप्त कर सकते है।
- (इण्टरनेट की सहायता से हम गम खेल सकते हैं।
- इण्टरनेट के माध्यम से इण्टरनेट से जुड़े किसी भी व्यक्ति से बात की जा सकती है।
- इण्टरनेट के माध्यम से वस्तुएँ क्रय की जा सकती हैं, विज्ञापन दिए जा सकते हैं और नौकरी के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- इण्टरनेट के माध्यम से विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया जा सकता है, अपनी वेबसाइट बनाई जा सकती है।
- इण्टरनेट के माध्यम से व्यापार किया जा सकता है।
- इण्टरनेट रोजगार के नए आयामों को खोलता है; जैसे साइबर कैफे अथवा इण्टरनेट कैफे । इस कैफे में चाय और कॉफी की सुविधा के साथ-साथ कम्प्यूटर की सुविधा भी उपलब्ध होती है। यहाँ उपलब्ध कम्प्यूटर्स पर इण्टरनेट का प्रयोग करके किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।